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देखिये, रश्मिका मंदाना के Deepfake viral video के पीछे असली चेहरा किसका है

Rashmika Mandanna Deepfake Video:सोशल मीडिया पर एक डीपफेक वीडियो वायरल हो रहा है, और इसके कारण लोग हैरान हो रहे हैं। इस वीडियो में एक लड़की नजर आ रही है, जिसका नाम जारा पटेल बताया जा रहा है, और यह वीडियो रश्मिका मंदाना को दिखाने की तरह विपरीत है। एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना के इस Deepfake viral video के कारण सोशल मीडिया पर बहुत हलचल हो रही है। इसमें दिखाई देने वाली महिला ने मामले में एक बयान जारी किया है और उसका नाम जारा पटेल है। उन्होंने अपने इंस्टाग्राम पर एक बयान जारी किया है, जिसमें जारा ने कहा, “मुझे उन महिलाओं और लड़कियों के भविष्य की चिंता है, जिन्हें अपने बारे में सोशल मीडिया पर पोस्ट करने से और भी अधिक डर लगता है। कृपया एक कदम पीछे हटें और इंटरनेट पर आप जो देखते हैं उसकी जांच जरूर करें। इंटरनेट पर सब कुछ वास्तविक नहीं है।”

कौन है जारा पटेल?

इस डीपफेक वायरल वीडियो (Deepfake viral video) में, जारा पटेल के चेहरे को AI की मदद से संपादित करके उनके चेहरे को लगा दिया गया है। जारा पटेल एक ब्रिटिश इंफ्लुएंसर हैं और वे भारतीय मूल से जुड़ी हैं, उनके इंस्टाग्राम पर 4.5 लाख से अधिक फॉलोअर्स हैं। वे इंस्टाग्राम पर बोल्ड कंटेंट साझा करने के लिए भी मशहूर हैं। उनके इंस्टाग्राम बायो के अनुसार, वे एक पूर्णकालिक डेटा इंजीनियर और मेंटल हेल्थ एडवोकेट भी हैं। जारा पटेल अपने फॉलोअर्स के लिए एडल्ट कंटेंट बनाती हैं, साथ ही उन्होंने अपने इंस्टाग्राम खाते पर एक गुप्त लिंक भी प्रदान किया है, जो उपयोगकर्ताओं को उनसे जुड़े कंटेंट तक पहुँचने और चैट करने में मदद करता है।

Instagram/zaarapatellll

रश्मिका के वीडियो पर बवाल

एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना के डीपफेक वीडियो (Deepfake viral video) का सामने आने के बाद कई सेलेब्स ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी। अमिताभ बच्चन ने इस वीडियो पर एक ट्वीट किया और कहा कि इस पर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। सोशल मीडिया पर इस वीडियो को देखने के बाद, रश्मिका मंदाना ने भी इसके बारे में कहा कि यह काफी डरावना है।

क्या होता है डीपफेक?

दरअसल, डीपफेक (Deepfake) एक तकनीक है, जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करके किसी फोटो या वीडियो को बदला जाता है। यह शब्द दो भागों से मिलकर बना है – “डीप” जो गहरे अध्ययन को सूचित करता है और “फेक” जो जालसाजी को दर्शाता है। इस तकनीक के तहत, आपके चेहरे को किसी दूसरे व्यक्ति के शरीर के साथ जोड़ दिया जाता है, और इसमें आपकी होंठों की गति और ऑडियो भी इतनी सटीकता से जोड़ी जाती है कि असली और नकली का पता लगाना कठिन हो जाता है।

डीपफेक को लेकर क्या है कानून?

डीपफेक या किसी भी फोटो या वीडियो को सोशल मीडिया पर पोस्ट करना कानूनी रूप से जुर्म है। पहले, इसके लिए इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एक्ट के सेक्शन 66ए के तहत आपत्तिजनक कार्रवाई करने वाले व्यक्ति को तीन साल तक की कैद की सजा हो सकती थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इस सेक्शन को असंवैधानिक घोषित किया था। इसके बाद, अब आईटी एक्ट के अंतर्गत धारा 66E, 67A और 67B के तहत इस प्रकार के मामले दर्ज हो सकते हैं। इसके अलावा, फॉर्जरी की धाराओं में भी मुकदमा दर्ज किया जा सकता है।

वहीं, अगर इसके माध्यम से साइबर ठगी या ब्लैकमेलिंग की जाती है, तो आईपीसी की धारा 506, 503 और 384 भी लागू हो सकती है। भारत में डीपफेक को लेकर अलग से कोई कानून नहीं है, लेकिन अमेरिका जैसे कुछ देशों ने डीपफेक को लेकर कानून बनाए हैं, जिनमें कठिन सजा के प्रावधान हैं।

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Shaurya Pratap Singh
Shaurya Pratap Singhhttps://www.rochakgyan.co.in
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